मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा
चांद कालेज में रा.से.यो. द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर व्याख्यान आयोजित
"शब्द कारगर दवा व अभिव्यक्ति पूरी खुराक होते हैं ": प्रो.अमर सिंह
उग्र प्रभा समाचार,चांद छिंदवाड़ा: शासकीय महाविद्यालय चांद में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित व्याख्यान में प्राचार्य प्रो. अमर सिंह ने कहा कि साक्षरता से सीखे शब्द सबसे शक्तिशाली दवा होते है, और अभिव्यक्ति उसकी पूरी खुराक होती है। साक्षर व्यक्ति स्पष्टता से स्वयं की भावनाओं को समझता है और आत्मविश्वास व साहस से अनंत अंतर्निहित संभावनाओं का उदय करता है। आत्मविश्वास जन्मजात नहीं, पैदा की गई दक्षता होती है। प्रो. रजनी कवरेती ने कहा कि दुनिया में दिक्कतें इसलिए भी हैं क्योंकि हमने दया, करुणा व इंसानियत की उत्कृष्टता प्राप्त नहीं की है। प्रो. जी. एल. विश्वकर्मा ने कहा कि साक्षर व्यक्ति योग्यता के विकास से मौकों का निर्माण करता है, क्योंकि मौके बने बनाए कभी नहीं मिलते हैं।
साक्षरता हमें विचारशील बनाती है और इंसान वही बनता है, जो वह अपने विचारों से गढ़ता है:प्रो .रक्षा उपश्याम
" शिक्षा जनित आत्मविश्वास द्वंद्वों से जूझने में मदद करता है": प्रो. अमर सिंह
दुनिया में दिक्कतें इसलिए भी हैं क्योंकि हमने दया, करुणा व इंसानियत की उत्कृष्टता प्राप्त नहीं की है : प्रो.रजनी कवरेती
प्रो . लक्ष्मण उइके ने कहा कि साक्षर व्यक्ति खतरा मोल लेना सीख जाता है और खतरे उठाना मौकों के निर्माण की पूर्व शर्त है। प्रो. आर. के. पहाड़े ने कहा कि पढ़ा लिखा व्यक्ति जानता है कि फेल होना जिंदगी का अभिन्न हिस्सा है, मायने यह रखता है कि फेल होने के बाद क्या किया जाए। प्रो. सुरेखा तेलकर ने कहा कि साक्षर लोग सपने देखने से डरते नहीं हैं क्योंकि बदलाव ही जिंदगी की सच्चाई है। प्रो. सकरलाल बट्टी ने कहा कि साक्षरता से आत्मानुशासन व स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित होता है और जीवन की कठिनाई व असफलता में ही सुअवसर के बीज छिपे होते हैं। प्रो. रक्षा उपश्याम ने कहा कि
साक्षरता हमें विचारशील बनाती है और इंसान वही बनता है, जो वह अपने विचारों से गढ़ता है।