बिना गाभिन बिना बछड़ा दिये गाय ने दूध देना किया शुरू देश की यह तीसरी गाय है
सुरेश पाल काराबोह छिंदवाड़ा निवासी के घर कामधेनु गाय को देखने लग रहा जमावड़
छिंदवाड़ा //उग्र प्रभा //(देवेंद्र वर्मा)
एडवोकेट भारत भूषण चौधरी ने प्रेस को बताया कि उनके मित्र सुरेश पाल वार्ड क्रमांक एक काराबोह छिंदवाड़ा निवासी के घर पर एक साडे तीन साल की गाय है जो गाभिन नहीं हुई थी न बछड़े को जन्म दिया उसके बाद आचानक दूध देना शुरु कर दी है। तब उग्र प्रभा समाचार टीम को जानकारी लगी और पशु पालक
गाय मालिक काराबोह छिंदवाड़ा निवासी सुरेश पाल के घर पंहुचकर गाय को देखा गया और जानकारी ली जिसमे पशु पालक ने बताया यह बछिया की माँ प्रसव के तीन दिन बाद खत्म हो चुकी थी। बछिया को तीन दिन की उम्र से ऊपर का दूध पिलाकर बडा किये तब बछिया तीन बर्ष की उम्र पुर्ण होने के बाद हीट में नही आ रही थी तब पशुपालन विभाग के डॉक्टर चैटगे को दिखाया गया डाँ द्वारा स्पष्ट कर दिया गया बछिया के गर्भाशय में समस्या है यह कभी माँ नहीं बन सकती न दूध दे पायेगी। उसके बाद अचानक रूप बिना गाभिन और बिना बछड़े के ही बछिया के स्तन से दूध गिरने लगा तब बछिया के मालिक पशुपालक सुरेश पाल ने देखा कि अचानक या दूध कहां से आ रहा है उसने गाय के स्तन पर से दूध निकालना शुरू किया तो 1 लीटर दूध दिया दो-तीन दिनों बाद 5 लीटर दूध देना प्रारंभ कर दिया है छः माह से लगातार दूध दे रही है। इस संबंध में सुरेश पाल ने अपने बड़े भाई एडवोकेट भारत भूषण चौधरी जी को बताया तो उन्होंने दो संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरआनंद गिरि कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त मध्य प्रदेश शासन से बातचीत किया तो उन्होंने बताया बताया कि देश में यह तीसरी गाय हैं एक उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में है दूसरी गाय मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में है और तीसरी गाय छिंदवाड़ा जिले के सुरेश पाल जी के निवास पर है उपसंचालक पशुपालन विभाग डॉक्टर पक्षवार से भी चर्चा की गई उन्होंने गाय को कामधेनु गाय बताया है और यह करिश्मा बहुत ही कम हो पाता है इस कारण से जैसे-जैसे लोगों को जानकारी प्राप्त हो रही है काराबोह वार्ड क्रमांक 1 नगर पालिक निगम छिंदवाड़ा में कामधेनु गाय को देखने लोगों का जमावड़ा लगता जा रहा है
प्रत्यक्षदर्शी राजेश कुमार साहू राकेश मोहने हरिप्रसाद मंडराह हरिसिंह मोहने संतोष मंडराह महासिंह मोहने उग्रप्रभा समाचार से जिला संवाददाता एडवोकेट देवेंद्र वर्मा छिंदवाड़ा पंहुचे ।