शंकराचार्य महाराज श्री का गोटेगांव आगमन, भक्तिभाव से हुआ भव्य स्वागत
गोटेगांव //उग्र प्रभा //रिपोर्ट - शरद नेमा
जगह-जगह स्वागत समारोह, ठाकुर बाबा मंदिर से निकली शोभायात्रा
गोटेगांव परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती जी महाराज का सोमवार 8 सितंबर को गोटेगांव आगमन हुआ। महाराजश्री ने मुंबई प्रवास उपरांत चातुरमास्य व्रत पूर्ण कर सीमोल्लंघन के बाद गोटेगांव की धरती पर कदम रखा। उनके स्वागत में नगर सहित मार्गभर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था।
डुमना एयरपोर्ट से गोटेगांव तक हुआ भव्य स्वागत
महाराजश्री का जबलपुर डुमना एयरपोर्ट पर दोपहर 12 बजे भव्य स्वागत किया गया। यहां से गोटेगांव तक आते समय जगह-जगह श्रद्धालुओं ने माल्यार्पण, जयकारों और पुष्पवर्षा के साथ अभिनंदन किया। प्रमुख स्वागत स्थलों में श्री शंकराचार्य चौक जबलपुर, रानी अवंतीबाई चौक, धन्वंतरि चौक, तेवर, शहपुरा नगरपालिका चौक, मां नर्मदा तट झांसी घाट, खमरिया हनुमान मंदिर, नौनी चौराहा और जगदीश मंदिर कंजई शामिल रहे।
नगर में शोभायात्रा, जयकारों से गुंजा माहौल
गोटेगांव पहुंचने पर ठाकुर बाबा मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकली। यह शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए आगे बढ़ी। जगह-जगह श्रद्धालु स्वागत हेतु खड़े दिखाई दिए। भगवा ध्वज, मंगल गीत और भजन-कीर्तन के साथ नगर भक्तिमय माहौल में डूब गया।
भव्य स्वागत समारोह और पादुका पूजन
शोभायात्रा उपरांत ठाकुर बाबा मंदिर परिसर में स्वागत समारोह हुआ। यहां वरिष्ठ समाजसेवी मुलायम सिंह पटेल, इंजी. सरदार सिंह पटेल, पूर्व राज्यमंत्री जालम सिंह पटेल, युवा नेता प्रबल सिंह पटेल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों एवं साधु-संतों ने उपस्थित होकर पादुका पूजन कर आशीर्वाद लिया।
प्रवचन से भाव-विभोर हुए श्रद्धालु
शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज ने अपने प्रवचन में धर्म, अध्यात्म और संस्कारों की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मानव जीवन का उद्देश्य केवल भोग-विलास नहीं, बल्कि आत्मिक उन्नति और लोककल्याण है। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से सामाजिक समरसता, सेवा भाव और धार्मिक मर्यादाओं के पालन का आह्वान किया।
हजारों श्रद्धालु हुए सहभागी
समारोह में नगर व आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु परिवार सहित शामिल हुए। महिलाएं, पुरुष और बच्चे सभी रंग-बिरंगे परिधानों में सजे दिखाई दिए। पूरा परिसर "जय शंकराचार्य महाराज की जय" के उद्घोष से गूंजता रहा। यह आयोजन गोटेगांव नगर के लिए ऐतिहासिक रहा, जिसमें न केवल नगर बल्कि पूरे क्षेत्र के श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और शंकराचार्य महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया