मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार ,छिंदवाड़ा
"साहित्यिक चिंतन हाशिए पर पड़ी विवशता की पीड़ा होती है": राहुल ठाकुर
"साहित्य मनुष्यता निर्माण की अनंत विचारशीलता है": प्रो. अमर सिंह
"वक्ता के सलीके और कथ्य में दम है तो बात जरूर सुनी जाती है": जय पटवा
उग्र प्रभा समाचार ,छिंदवाड़ा: शासकीय महाविद्यालय चांद में कालेज स्तरीय युवा उत्सव समारोह के मुख्य अतिथि पोर्ट ब्लेयर में पदस्थ नेवी अधिकारी राहुल ठाकुर ने छात्रों को अपनी ऊर्जा को रचनात्मक गतिविधियों में लगाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि साहित्यिक चिंतन हाशिए पर पड़ी विवशता की पीड़ा की अभिव्यक्ति होती है। साहित्य का दर्शन मानव की अनसुलझी गुत्थी को सुलझाने का विकल्प देता है। प्राचार्य प्रो. अमर सिंह ने ने कहा कि साहित्य की विधाएं छात्रों को मनुष्यता निर्माण के अनंत विचार प्रदान करती हैं। रुपांकन की विधाएं छात्रों के चिंतन की परिधि को उड़ान के पंख प्रदान करते हैं। स्पर्धाएं छात्रों में संचित वैचारिक निधि से जीवन के विभिन्न आयामों में व्यवहार में काम आती हैं। प्रो. रजनी कवरेती ने कहा कि युवा सृजनशीलता की शक्ति को हथियार बनाकर सामाजिक समस्याओं को हल करें। प्रो. सन्तोष उसरेठे ने कहा कि भयभीत व्यक्ति समाज में कोई भी रचनात्मक कार्य नहीं कर सकता है। विशिष्ट अतिथि जय पटवा ने कहा कि अगर वक्ता में कहने का सलीका और सुनने लायक अवधारणात्मक कथ्य है तो बात अवश्य सुनी जाती है।साहित्य दर्शन मानव को अनसुलझे रहस्यों का समाधान देता है": राहुल ठाकुर
युवा सृजनशीलता के हथियार से सामाजिक समस्याओं को हल करें ": प्रो. रजनी कवरेती
प्रो. सकरलाल बट्टी ने कहा कि सामान्य ज्ञान परीक्षा व्यक्ति को अपने परिवेश को समझने की चेतना की सामर्थ्य प्रदान करता है। प्रो. सुरेखा तेलकर ने कहा कि युवा उत्सव छात्रों की अभिरुचियों को मंच प्रदान करने का प्लेटफॉर्म होता है। भाषण स्पर्धा में किरन चौरिया, वाद विवाद में अर्शिल कुरैशी, मूर्ति कला में नीरज मालवीय, समूह गायन में अंजली तिवारी, अपर्णा तिवारी, महिमा जम्होरे, पूनम वर्मा, हेमा और सुशीला वर्मा प्रथम विजेता घोषित हुई। समारोह में प्रो. जी. विश्वकर्मा, प्रो. राजकुमार पहाड़े, प्रो. रक्षा उपश्याम, सन्तोष अमोडिया, नीलेश नाग, नरेश चौधरी, सुनील पाटिल, कमलेश चौधरी, आनंद रजक और श्वेता चौहान का विशेष सहयोग रहा।