जनसेवा हिताय संगठन के समाजसेवी रत्न अवॉर्ड से सम्मानित हुए राजा मंसूरी
छिंदवाड़ा // उग्र प्रभा //जनसेवा हिताय संगठन द्वारा समाजसेवी रत्न अवॉर्ड से सम्मानित राजा मंसूरी का जीवन एक प्रेरणा का स्रोत है,जिन्होंने निःस्वार्थ सेवा को ही सच्ची सेवा माना और इसी भावना से समाज की भलाई में अपना योगदान दिया।उनका यह मानना है कि जब व्यक्ति अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के हित में कार्य करता है,तभी वह सेवा सच्ची सेवा होती है।
कोरोना महामारी के दौरान निःस्वार्थ सेवा
कोरोना जैसी भयंकर महामारी के दौरान जब लोग अपने घरों में बंद रहने को विवश थे,तब राजा मंसूरी ने अपनी जान की परवाह किए बिना समाज की सेवा की।उन्होंने न सिर्फ मास्क,सैनिटाइजर,राशन,हरी सब्जियां वितरण का कार्य किया!बल्कि बीमारों और ज़रूरतमंदों तक आवश्यक चिकित्सा सेवाएं पहुँचाने का कार्य भी किया।इस दौरान वे अपने निःस्वार्थ प्रयासों से लोगों के लिए मसीहा साबित हुए।
विकलांग कल्याण सेवा समिति में उल्लेखनीय योगदान
राजा मंसूरी विकलांग कल्याण सेवा समिति में जिला अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहते हुए विकलांग व्यक्तियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हमेशा तत्पर रहे।उन्होंने विकलांगों की आर्थिक,शारीरिक और मानसिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से अनेकों योजनाओं का संचालन किया।उनकी कोशिशों से कई विकलांग व्यक्तियों को रोजगार के अवसर मिले और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का मार्ग मिला।
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा संगठन में सेवा
राजा मंसूरी ने अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा संगठन में जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हुए समाज के कमजोर वर्गों की सहायता की।उन्होंने गरीब,बेसहारा,और पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने में मदद की।उन्होंने मानवाधिकारों के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव संघर्षरत रहे।
संगठनों के साथ निरंतर कार्य
राजा मंसूरी विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर समाज के उत्थान में निरंतर कार्यरत हैं।उनकी सेवा का क्षेत्र बेहद विस्तृत है,जिसमें गरीबों की मदद,शिक्षा का प्रसार,स्वास्थ्य सेवाएं,और आपदा राहत कार्य शामिल हैं।वे हर संभव प्रयास करते हैं कि समाज के हाशिए पर खड़े व्यक्ति को भी मुख्यधारा में लाया जाए।
निःस्वार्थ सेवा ही सच्ची सेवा
राजा मंसूरी की समाज के प्रति निःस्वार्थ सेवा और समर्पण अद्वितीय है।वे सदैव तत्पर रहते हैं कि कैसे अधिक से अधिक लोगों की मदद की जाए और समाज को बेहतर बनाया जाए।उनका जीवन और कार्य उन सभी के लिए प्रेरणा है,जो समाज सेवा के क्षेत्र में कुछ योगदान देना चाहते हैं।जनसेवा हिताय संगठन द्वारा दिया गया समाजसेवी रत्न अवॉर्ड इस महान आत्मा के योगदान की एक छोटी सी पहचान है।