मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा
चांद कालेज में जिलास्तरीय टेबिल टेनिस स्पर्धा संपन्न
"उत्कृष्टता का मार्ग संघर्षों के तूफानों से होकर जाता है": प्रो.अमर सिंह
"खेल वह उपासना है जो प्रदर्शन से पहचान दिलाती है": दान सिंह ठाकुर
"जीत हार तो परिणाम है, मायने उठने वाले जोश की है ": प्रफुल्ल ताम्रकार
उग्र प्रभा समाचार चांद छिंदवाड़ा: शासकीय महाविद्यालय चांद में आयोजित जिलास्तरीय टेबिल टेनिस स्पर्धा के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि नगर परिषद चांद के अध्यक्ष दान सिंह ठाकुर ने सभागृह में उपस्थित जिले के प्रतिभागी खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल जीवन की उपासना है, जिसमें दिव्य जीवन के रहस्य छिपे रहते हैं। प्रदर्शन क्षमता से पहचान बनती है।जीतने की खुशी तब कई गुना बढ़ जाती है, जब किसी को जीत की उम्मीद न हो। चांद कालेज जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष प्रफुल्ल ताम्रकार ने कहा कि खेल में जीत हार तो एक परिणाम भर है, मायने तो उठने वाले जोश की है। सकारात्मक कोशिशों से उदासीनता विलुप्त हो जाती है। जनप्रतिनिधि बिजेंद्र सिंह ठाकुर ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा कि कठिन खेल खिलाड़ी को बेहतरीन संस्कारों की ओर अग्रसर करते हैं। खेल जीत के लिए कम, अकूत सामर्थ्य के लिए अधिक खेले जाते हैं। प्राचार्य प्रो. अमर सिंह ने कहा कि उत्कृष्टता का मार्ग संघर्षों के तूफानों से होकर गुजरता है। खेल के प्रति समर्पण से शारीरिक विकास हेतु अद्भुत साहस, आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती मिलती है। कठिन खेल बेहतरीन सामर्थ्य के संस्कार दिलाते हैं": बिजेंद्र सिंह ठाकुर"शरीर आत्मा का घर है जिसे खेल से स्वस्थ रखा जा सकता है": प्रो. जी. एस. आर. नायडू
"खेल से मिली प्रतिष्ठा खिलाड़ी को नए उच्चारण तक पहुंचाती है": प्रो. जी. एल. विश्वकर्मा
क्रीड़ाधिकारी प्रो. जी.एस.आर. नायडू ने कहा कि शरीर आत्मा का घर है जिसे खेल से स्वस्थ रखा जा सकता है। आयोजक क्रीड़ा प्रो. जी. एल. विश्वकर्मा ने कहा कि खेल से असली प्रतिष्ठा अर्जित होती है। खेल की निरंतरता, सहनशीलता और स्थिरता खिलाड़ी को परखकर नए उच्चारण तक पहुंचाती है। काबिलियत को परखने की अन्तिम सीमा अनंत आकाश है। प्रो . रजनी कवरेती ने कहा कि खेल स्वास्थ्य को परखने की यात्रा है। खेल में हारना जीवन में कभी न हार मानने की सीख देता है। खेल जीवन की उस अनिश्चितता को परिभाषित करते हैं जो बताती है कि बेहतरीन खिलाड़ी भी शून्य पर आउट हो सकता है। पुरुष विजेताओं के वरीयता क्रम में देवेंद्र चरपे, आशीष तांडेकर, वीरेंद्र डहेरिया, गिरिश्वर पंद्रे, अर्शील कुरैशी और महिला वरीयता क्रम में भूमिका वस्त्राने, अंजली तिवारी, वैशाली धुर्वे और सलोनी डिगरसे प्रमुख रहे। आयोजन में समस्त महाविद्यालय स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।