जरा बचना ये मेडिकल कॉलेज हैं, अमीरों के बच्चे फिर कोई व्यापम घोटाला करके ना आ जाएं
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सिवनी //उग्र प्रभा //मयंक डेहरिया (विशेष संवाददाता)
मध्यप्रदेश मेें जब भी मेडिकल कॉलेजों की बात आती है ,तो देश के सबसे बड़े व्यापमं घोटाले की छवि भी ठीक सामने आ जाती है। जो की भाजपा की शिवराज सरकार के राज में खुलकर हुआ था। जिसकी आग अभी भी शांत नही हुई है ।आज मध्यप्रदेश में तीन मेडिकल कॉलेज नीमच, मंदसौर और प्रदेश में पिछड़े जिले सिवनी का होने जा रहा है। लेकिन गौर करने वाली बात है। इन मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले हमेशा बहार से ही आते हैं। और खासकर मंत्री विधायक और अमीरों के बच्चों का ही अधिकांश कब्जा रहता है। छोटे मोटे गरीब आदिवासी, दलित,पिछड़ा वर्ग के लिए कोई स्थान नही रहता। दूर दूर से करोड़ों करोड रूपए मेें एक एक सीट बेंची और खरीदी जाती है। यानि फ़ैक्टरी भी हमारी साॅपिंग माॅल भी हमारा, और जिस थैले में आप समान लेकर जाऐंगे वो थैला भी हमारा। और बड़े माॅल में गरीब आदमी तो घुस भी नही सकता है। बेचारा दूर से ही उसकी उसकी चमक देख कर ही खुश रहता है ।ये मेडिकल कॉलेज ना रोजगार देगा ना ही गरीबों के बच्चों को सीट देगा । जबकि सिवनी के ठीक सामने आँगन मेें नागपुर नाम का शहर है। जो देश मेें मेडिकल चिकित्सा का सबसे बड़ा विश्व स्तरीय बाजार सजा हुआ है। तो स्वाभिक सी बात है यहां का आदमी
थोड़ी समय मेें ही नागपुर पहुंच कर अमेरिकन जैसा इलाज करवा लेता है । यहां मेडिकल कॉलेज की नही बल्कि बड़े उद्योग कारखानों की जरूरत थी जो। भाजपा ने कभी पूरा नही कर पाई।
जरा बचना ये मेडिकल कालेज है यहां अमीरों के बच्चे फिर कोई व्यापम घोटाला करके ना जाएं ।
मयंक डहेरिया (वरिष्ठ पत्रकार ) इंदौर