राज्यपाल से भेंटकर संवरा समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने जताया आभार,
मात्रात्मक त्रुटि सुधार से अनुसूचित जनजाति में शामिल होने को मिली स्वीकृति
रायपुर उग्र प्रभा समाचार- 02 जनवरी 2023/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज राजभवन में संवरा (सौंरा) समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने राज्यपाल को बताया कि मात्रात्मक त्रुटि के कारण अनुसूचित जनजाति का दर्जा न मिल पाने वाले 12 जनजातियों में संवरा समाज भी शामिल थे। उन्होंने राज्यपाल से कहा कि आपके विशेष प्रयासों तथा विभिन्न अवसरों पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा केन्द्रीय जनजातीय मंत्री से हुई मुलाकातों में आपने प्रभावी ढंग से इस विषय पर अपनी बात रखी थी। केन्द्र सरकार द्वारा गंभीरता के साथ तथ्यों की जानकारी ली गई और अंततः 12 जनजातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने को स्वीकृति मिली, जिसमें संवरा समाज भी है। राज्यपाल को इस अवसर पर संवरा समाज ने कृतज्ञता स्वरूप साड़ी भेंट कर आभार जताया। प्रतिनिधिमंडल की महिला सदस्यों ने राज्यपाल से कहा कि अपने अधिकारों के इस संघर्ष में आपका मां के समान स्नेह व मार्गदर्शन मिला है। इस पहल से संपूर्ण समाज को मुख्यधारा से जुड़ने का अवसर मिल पाया है। राज्यपाल को समाज के वरिष्ठ जनों ने अप्रैल में आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल का आमंत्रण दिया। राज्यपाल सुश्री उइके ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में सभी उपस्थित जनों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि 12 जनजातियों के मात्रात्मक त्रुटि सुधार में प्रधानमंत्री सह उनके कार्यालयीन अधिकारियों का भी विशेष सहयोग रहा। राज्यपाल ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा केन्द्रीय जनजातीय मंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने संघर्षरत् समुदायों के प्रयासों की भी सराहना करते हुए कहा कि निश्चित ही अब आपको अपने अधिकार मिलेंगे और तकलीफें दूर होंगी। राज्यपाल सुश्री उइके ने सामूहिक विवाह के आयोजन के लिए प्रतिनिधिमण्डल को शुभकामनाएं दी और उक्त आशय से एक लाख रूपए सहयोग राशि देने की भी घोषणा की।रौतिया समाज के प्रमुखों ने भी राज्यपाल से भेंटअनुसूचित जनजाति में शामिल कराने का किया आग्रहराज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज रौतिया समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट की। सदस्यों ने राज्यपाल को रौतिया समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल कराने हेतु किये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के साथ हुए विभिन्न पत्राचारों के फलस्वरूप राज्य सरकार से रौतिया जाति के संबंध में हुए अध्ययन की जानकारी मंगाई गई है। रौतिया समाज के लोगों ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर आग्रह किया कि वे इस संबंध में अद्यतन जानकारी केन्द्र शासन को भेजे जाने हेतु आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान को निर्देशित करें। राज्यपाल ने प्रतिनिधियों को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।