आयुर्वेदिक-(जड़ी बूटियां) के पेड़ पौधे लगाने प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएं जमीन-आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर टाटा ने मुख्यमंत्री को पत्र!!
असाध्य रोगों का उपचार है इसी पद्धति में ,जंगल समाप्त हो जाने से लुप्त हो चुकी है औषधियां
छिन्दवाड़ा उग्र प्रभा समाचार - प्रदेश में रिक्त पड़ी भूमि में आयुर्वेद- औषधियां, जड़ी बूटियों के पेड़ पौधे लगाने प्रदेश सरकार जमीन उपलब्ध कराएं इस आशय का एक पत्र छिंदवाड़ा निवासी एवं आयुर्वेदाचार्य गुरुजी डॉक्टर प्रकाश टाटा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है आगे डॉक्टर टाटा ने बताया कि असाध्य रोगों का उपचार सिर्फ इसी पद्धति में है इस बात के हजारों प्रमाण है डॉक्टर टाटा ने आगे यह भी कहा कि समूचे प्रदेश में ऐसे कई स्थान हैं जहां घने जंगल थे वह आज समाप्त हो गए हैं जिससे वहां लगे पेड़ पौधे भी नष्ट हो गए आगे डॉक्टर टाटा ने कहा कि असाध्य रोगों का उपचार एलोपैथिक पद्धति में है यह बात सौ परसेंट सत्य है वही असाध्य रोगों जैसे दम सास गैस बीपी शुगर लकवा हाथ पैर और कमर दर्द किडनी पथरी मिर्गी माइग्रेशन चर्म रोग सफेद दाग बांझपन बालों का झड़ना पाकिस्तान सोरायसिस एलर्जी पीलिया बात रोग पेट दर्द अल्सर अपेंडिस कैंसर हार्ड शारीरिक कमजोरी एवं महिला माता बहनों को होने वाली मासिक धर्म की अनियमितता दर्द आदि में आयुर्वेद जड़ी बूटी पद्धति कारगर है जो शो 100% सत्य है इसमें भले 4 से 5 माह का समय लग जाए किंतु बीमारियां जड़ से समाप्त हो जाती है दुखी एवं पीड़ित जन एक बार फिर से नया जीवन प्राप्त कर लेता है
त्रेता ही नहीं कलयुग में भी सामने आया उदाहरण आयुर्वेद जड़ी बूटी प्रकृति ईश्वर की देन है त्रेता युग में जब प्रभु श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण को जब शक्ति लगी एवं जेठ मूर्छित हुए उस समय भी हिमालय की औषधि जड़ी बूटी काम आई थी एवं एक नया जीवन मिला था
फिर कलयुग में श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सनत जयसूर्या सन 2018 में जब पैर की कमर दर्द के चलते वैशाखी से चलने पर मजबूर हो गए इससे निजात पाने श्रीलंका सहित अन्य 7 देशों में उपचार कराया एवं ₹500000000 की राशि खर्च किया किंतु राहत नहीं मिली उन्हें भी एक वेद राज डॉक्टर टाटा ने तामिया पातालकोट क्षेत्र की औषधि जड़ी बूटी से ना सिर्फ ठीक किया अपितु एक नया जीवन दिया एक बार फिर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया जिसकी उन्होंने कल्पना करना तो छोड़ दिया था हजारों लोग हो चुके हैं स्वस्थ आज देश में सैकड़ों वेदराज हैं जो देश में निवासरत लाखों लोगों का आयुर्वेद पद्धति जड़ी बूटी से असाध्य रोगों का उपचार करते हैं जिससे आज हजारों लोग स्वस्थ हो चुके हैं और नया जीवन परिवार के साथ पूर्ण आनंद के साथ जीवन गुजर बसर कर रहे हैं औषधियां हो चुकी है आज से तीन चार दशक पूर्व प्रदेश में ऐसे कई स्थान थे जहां घने जंगल थे इस बात के चलते वहां के पेड़ पौधों में पर्याप्त मात्रा उसे दिया मिल जाती थी जहां से वेदराज लोग जड़ी-बूटी ला लेते थे एवं लोगों का उपचार करते थे पर आज के समय जंगल नष्ट हो गए इस बात के चलते वहां पाई जाने वाली औषधि भी नष्ट होगी जिससे पीड़ितों को का उपचार करने में भेद राजू को परेशानियां आ रही है गंभीर हो सुनने विनती मुख्यमंत्री आयुर्वेदाचार्य गुरु जी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन किया कि इन बातों को गंभीर होने एवं प्रदेश में जहां-जहां रिक्त भूमि पर वह सहयोग राशि पर पेड़ पौधों का घर भी चलेगा वही पीड़ितों को आराम भी मिलेगा आ रहे खतरनाक वायरस का भी सफल उपचार आयुर्वेद पद्धति में है