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एसआईएफ नेशनल मीट में पुरुष मानसिक स्वास्थ्य पर हुई गहन चर्चा

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        मोहिता जगदेव 

  उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा 

झूठे आरोप और जेंडर-बायस्ड कानून पुरुषों के लिए खतरा 

 आज के समय में पुरुष जिस प्रकार से अन्यायपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, उसका सीधा असर उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ रहा है: डाॅ . संदीप गोहे

 उग्र प्रभा समाचार , बैतूल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस वर्ष एसआईएफ (सेव इंडिया फैमिली) की नेशनल मीट 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस राष्ट्रीय मीटिंग में बैतूल जिले से भी सक्रिय भागीदारी दर्ज की गई। बैतूल टीम ने जिले में पुरुषों से जुड़े मुद्दों और वर्षभर किए गए कार्यों को विस्तार से प्रस्तुत किया। टीम ने विशेष रूप से झूठे आरोपों और जेंडर-बायस्ड कानूनों के कारण पुरुषों पर बढ़ती प्रताड़ना को सामने रखा।

इस दौरान डॉ. संदीप गोहे ने अपने प्रेजेंटेशन में पुरुष मानसिक स्वास्थ्य पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आज के समय में पुरुष जिस प्रकार से अन्यायपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, उसका सीधा असर उनकी मानसिक स्थिति पर पड़ रहा है। डॉ. गोहे ने चेतावनी दी कि यदि इन परिस्थितियों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आने वाले समय में हालात पुरुषों के लिए और अधिक भटकाव भरे और हानिकारक हो सकते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि जब किसी पुरुष पर झूठे आरोप लगाए जाते हैं, तो केवल वह व्यक्ति ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार मानसिक, सामाजिक और आर्थिक स्तर पर टूटने लगता है। यह समस्या केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि सामाजिक विघटन का कारण बन रही है। बैतूल से इस नेशनल मीट में शामिल होने वाले सदस्यों में डॉ. संदीप गोहे के साथ योगेश इंगले, रूपेश पवार और हरी प्रसाद पीपले मौजूद रहे। इन सभी ने बैतूल जिले में किए गए पुरुष अधिकारों से जुड़े कार्यों और अनुभवों को साझा किया।

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