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एसआईएस संस्था के लीगल सेमिनार में पारिवारिक विवाद पर हुई सामूहिक चर्चा

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संवाददाता - मोहिता जगदेव 

उग्र प्रभा समाचार,बैतूल

 संयुक्त परिवार कम होने से बिखर रहा समाज: प्रो.एसबी हसन

बिगड़ते रिश्तो को सामाजिक स्तर पर ही सुधारा जा सकता है। आपसी सुलह ही समन्वय का हल है : डीएसपी मनीष डेहरिया

उग्र प्रभा समाचार बैतूल : पुरुषों के उत्थान के लिए कार्य कर रही सेव इंडिया फैमिली (एसआईएफ) संस्था ने रविवार को पिता दिवस मनाया। इस अवसर पर गंज स्थित होटल आईसीईन में लीगल सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में बड़ी संख्या में समाजसेवी एवं पारिवारिक समस्या में उलझे पुरुष शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के डॉ.संदीप गोहे ने बताया कि बढ़ते आपसी विवादों के कारण परिवार बिखर रहे हैं। आपसी मनमुटाव के कारण प्रकरण कोर्ट में पहुंच रहे हैं। 

परिवार परामर्श केंद्र में जो केस पहुंच रहे हैं, उनमें से ज्यादातर मामले ऐसे हैं, जिनमें पति आरोप लगाते हैं कि मायके वालों का जरूरत से ज्यादा दखल रहता है। मां और बेटी हमेशा फोन पर बात करती रहती हैं। बेटी अपनी मां के कहने पर चलती और घर में झगड़ा करती है। वहीं, पत्नी का कहना होता है कि उसकी सास की वजह से घर नहीं बस रहा। इतना ही नहीं, प्रेम विवाह के बाद भी चरित्र पर संदेह किया जा रहा है। दंपती का एक-दूसरे पर कम होता विश्वास समाज के ताने-बाने के लिए सही नहीं। उन्होंने आग्रह किया कि अपने घर में व अपने आसपास कोई पीड़ित पुरुष है तो उन्हें हमारी निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 888249 8498 जानकारी दे। पीड़ित व्यक्ति सहायता प्राप्त कर सकते हैं। संस्था के सदस्य मानसिक सामाजिक व कानूनी निशुल्क सहायता प्रदान करते हैं।

- आपसी सुलह ही समन्वय का हल--

एसआईएफ संस्था से जुड़े टीम के सभी सदस्यों ने अपनी आपबीती सुनाई। सदस्य चंद्रप्रकाश झारे ने कार्यक्रम में अपनी आपबीती सुनाई तो आयोजन में सम्मिलित सभी सदस्य की आंखे नम हो गईं।

कार्यक्रम में उपस्थित मीरा एंथोनी ने कहा कि सामाजिक प्रतिस्पर्धा पारिवारिक दूरियां विवाद के कारण है। एसबी हसन ने कहा संयुक्त परिवार कम हो रहे हैं जिस वजह से सामाज बिखर रहा है। डीएसपी मनीष डेहरिया ने बताया बिगड़ते रिश्तो को सामाजिक स्तर पर ही सुधारा जा सकता है। आपसी सुलह ही समन्वय का हल है। विट्ठलराव देशमुख ने कहा कि 90 प्रतिशत केस झूठे आ रहे हैं और अधिकतर लड़की की मां के कारण बिगड़ते हैं,  कविता मालवीय ने एसआईएफ ग्रुप की तारीफ की। सामाजिक स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने की बात कही। लीगल सेमिनार में समाज में दहेज, हनी ट्रैप ऑनलाइन फ्रैंडशिप, शादी के लिए दबाव और लिव इन में रहकर झूठे मामलों में फसाने की धमकी, वर्किंग प्लेस में हरेसमेंट 498,125 सीआरपीएस घरेलू हिंसा एक्ट 2005 व अन्य कानूनो के दुरुपयोग से पुरूष प्रताडना के मामले और जेंडर और इक्वालिटी जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।

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