रेल मंत्री सें तत्काल इस्तीफा मांग को लेकर कांग्रेस सेवादल द्वारा इंदिरा प्रतिमा के सामने धरना दिया गया
राष्ट्रपति महोदय से रेल मंत्री से तत्काल इस्तीफे लिये जाने की मांग की गयी ,साथ कुश्ती संघ के अध्यक्ष को शीघ्र गिरफ्तार किये जाने की मांग पत्र के माध्यम से की गयी
छिन्दवाड़ा उग्र प्रभा (देवेंद्र वर्मा ) :- जिला कांंग्रेस सेवादल के दल सुरेश कपाले ने बताया कि के शहर पदाधिकारियों द्वारा स्थानीय जेल तिराहा इंदिरा जी की प्रतिमा के सामने कांग्रेस सेवादल के पदाधिकारियों के द्वारा धरने पर बैठकर देश के राष्ट्रपति द्रोपती मुर्म से मांग की गयी। उड़ीसा में शुक्रवार को बालासोर में हुये भीषण रेल हादसे में मृतकों की संख्या सैकड़ों में पहंुच चुकी है और लगभग हजारों में घायलों की संख्या पहंुच चुकी है और ये रेल हादसा रेल विभाग की लापरवाही की वजह से हुआ है और इसकी पूरी जबावदारी देश के रेल मंत्री अश्वनी वैष्णवों जी की है उनसे तत्काल रेल मंत्री के पद से इस्तीफा लिया जाना चाहिये। साथ ही इस रेल हादसे में दोषी पाये गये
अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जावें। कांगे्रस सेवादल ने पीड़ितों के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है ,साथ ही साथ कांगे्रस सेवादल द्वारा देश के राष्ट्रपति से यह भी मांग की गयी है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह से कथित यौन उत्पीड़ना के आरोप में तत्काल गिरफ्तार किया जाये और उन्हें जेल भेजा जावें और संगठन के द्वारा यह दुर्भाग्य व्यक्त किया गया जिन महिला पहलवानों ने मैडलियो को जीतकर देश का नाम विदेशों मे ंरौशन किया उनके साथ भाजपा की सरकार किस तरीके से बदसलूकी की जा रही है ये हैरानी पूरे देश को हो रही है उसके बाद भी भाजपा सरकार की कुंभकरणी नींद में शो रही है ये पूरा देश देख रहा है और देश की जनता आने वाले समय में अपने वोटो के माध्यम से उखाड़ कर फेंकेगी। कांगे्रस सेवादल द्वारा ये मांग एक पत्र के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति जी को भेजकर मांग की है कि कांगे्रस सेवादल द्वारा इंदिरा प्रतिमा के सामने धरने पर बैठकर ये दोनों को शीघ्र पूरा किये जाने की मांग की है। इस अवसर पर कांगे्रस सेवादल के निम्न पदाधिकारी उपस्थित सर्वश्री सुरेश कपाले ,राकेश मरकाम ,प्रेम उइके ,राजेश धुर्वे ,अखिलेश पवार ,संदीप सिन्द्राम ,हरी पटेल, मुन्ना धुर्वे, अर्जुन मरकाम ,रहीम खान सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
