संवाददाता - मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार सौंसर - अपनी क्रांतिकारी कविताओं के माध्यम से जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने वाले महामहिम राष्ट्रपति के हस्ते डॉ.अम्बेडकर फेलोशिप से पुरस्कृत सशक्त क़लमकार एस.आर.शेंडे को सम्राट अशोक बुध्द विहार समिति नागपुर द्वारा डॉ.बाबासाहब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर भव्य " काव्य ग़जल सम्मेलन " में उनकी अम्बेडकरी बहुजन आंदोलन में संघर्षमय साहित्यिक सहभागिता के लिए गुलदस्ता व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। सुप्रसिद्ध अम्बेडकरी चिंतक मनोहर गजभिए की अध्यक्षता में सम्पन्न काव्य ग़जल महफिल में विद्रोही कवि भूषण भस्में,शालिक जिल्हेकर,हृदय चक्रधर,सूर्यकांत मूनघाटे,माणिक खोबरागड़े,वामन नील,दीपक बंसोड,डॉ.मोनाली पोफरे,डॉ.सुनंदा जुलमे,चितरंजन चौरे,ड़ी.एम.शिर्के, दिगम्बर चन्कापुरे,निर्मला जीवने,आदि कवियों ने एक से बढकर एक रचनाएं पढी। सौंसर के कवि एस.आर.शेंडे ने " क्राँति की मशाल बुझने नहीं देंगे,भारत का संविधान बदलने नही देंगे" कविता सुनाकर खूब तालियां बटौरी ।
