सेनानिवृत अपर आयुक्त खेमराज झारिया की उपस्थिति में मनाई गई अंबेडकर जयंती
जबलपुर उग्र प्रभा - 14 अप्रैल 2023 को पाटन नगर आयोजित डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में खेमराज झारिया ,सेवा निवृत्त अपर अयुक्त state GST Chhatisgath एव राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मेहरा समाज महासंघ, को कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए l कार्यक्रम में पाटन और आसपास मूल निवासी आदिवासी समाज मेहरा समाज, अहिरवार, रजक, सेन, समाज, औऱ कोरी समाज के सेंकड़ों नागरिक उपस्थित हुए। पाटन नगर के मुख्य मार्गों में वाहन रैली भी निकाली गई। श्री खेमराज झारिया ने इस अवसर पर दिए अपने उद्बोधन में कहा कि हमे बाबा साहब की पूजा करने के स्थान पर उनके विचारो, आदर्शो को पढ़ने और अपने दैनिक जीवन में उतारने की कोशिश करना चाहिएइसी तरह आज 14th अप्रैल को रात्रि में chargwa के पास आदिवासी ग्राम हीरापुर में आयोजित डॉ भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती समारोह पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में भी श्री खेमराज झारिया ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए l यहा हीरापुर में रात्री 10.30 बजे भारी संख्या में उपस्थित महिलाओं औऱ पुरूषों के बीच खेमराज झारिया ने आदिवासी समाज और प्रदेश के अन्य मूल निवासी समाज जैसेः मेहरा, माझी, रजक, सेन, समाजों के पिछड़ेपन और राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के कारणों और उसकी इतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला।मूलनिवासी जनजागृति संघ, मेहरा समाज महासंघ, मध्य प्रदेश आदिवासी पाटन, आदर्श आदिवासी एकता दल, के तत्वावधान में सर्व समाज को समता मूलक समाज बनाने वाले महामानव भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का 132 वा जन्मोत्सव पाटन विधानसभा एवं बरगी विधानसभा में मनाया गया पाटन विधानसभा में नगर में रैली एवं सभी मूलनिवासी समाज ने एकजुट होकर बड़ी धूमधाम से बाबा साहब का जन्मोत्सव मनाया जिसमें मुख्य अतिथि आदरणीय श्री खेमराज झारिया जी ने बाबा साहब के विचारों पर बात की जिसमें उन्होंने कहा है कि बाबा साहब का सपना था विचारक क्रांति गांव गांव तक ले जाना एवं आर्थिक राजनीतिक प्रतिनिधित्व संख्या अनुपात में दिलाना एवं उनके द्वारा कहा गया कि मुगलों के समय में अंग्रेजों के समय में मनुवादी उनके साथ थे और मजे में थे उनका साथ देकर भारत देश को गुलाम बनाने में सहभागिता निभा रहे थे और आज लोकतंत्र में शासन कर रहे हैं और बहुसंख्यक मूल निवासियों को अपना गुलाम बनाए हुए हैं अब समय आ गया है मूलनिवासी समाज को जाग जाने का एकजुट होने का और बाबा साहब के विचारों को घर-घर पहुंचाने का जय भीम जय भारत जय संविधान जय जोहार जय मूलनिवासी
