मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा
"शैलेन्द्र मोरे का शोध एलईडी लाइट के उत्सर्जन में इजाफा कर प्रकाश में बढ़ोत्तरी करेगा ": प्रो. वाय. के. शर्मा प्राचार्य
"शैलेन्द्र मोरे के शोध से बिजली के खर्च में कमी से बिल में कटौती होगी ": प्रो. जी. वी. ब्रह्मे
" शैलेन्द्र का एलईडी लाइट पर शोध लोकहित में मील का पत्थर साबित होगा": प्रो. जे. के. डोंगरे
उग्र प्रभा समाचार, छिंदवाड़ा: जो छात्र लालटेन के प्रकाश में पढ़ाई करे और अपनी प्रतिभा के बल पर प्रकाश उत्सर्जन पर अपना शोध करे,प्रतिभा इसी को कहते हैं। जिसने सरकारी स्कूल की टाट पट्टी पर बैठकर पढ़ाई की हो, वह आज भौतिक शास्त्र के मूलभूत सिद्धांत कालेज के छात्रों को पढ़ाता है। जिसने ग्रामीण परिवेश में रहकर अपनी शैक्षिक योग्यताओं में विशुद्ध मेहनत के बल पर उत्कृष्टता हासिल की है। ऐसे ही एक जुझारू छात्र शख्सियत पी. जी. कॉलेज छिंदवाड़ा के भौतिक शास्त्र विभाग में प्राध्यापक शैलेन्द्र कुमार मोरे को मध्यांचल प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भोपाल ने भौतिक शास्त्र में "सिंथेसिस ऑफ टेल्यूराइड बेस्ड ग्लासेस कोडोपेड विद लेंथानाइड आयांश फोर कोल्ड भाइट लाइट एमिशन" विषय पर पीएचडी की डिग्री से नवाजा है। अपनी प्राथमिक शिक्षा से लेकर परास्नातक शिक्षा तक लगातार टॉपर रहे शैलेन्द्र मोरे मूलतः लिंगा निवासी शिक्षक मां श्रीमती शकुन मोरे व पिता स्व. ज्ञानदेवजी मोरे के सुपुत्र हैं। शैलेन्द्र ने अपना शोध प्रो. यासीन लोने, रिसर्च डीन, के निर्देशन में पूर्ण किया है।
शैलेन्द्र के इस शोध से एलईडी बल्व से निकलने वाला प्रकाश बहुत कम अवशोषित होकर उत्सर्जन की मात्रा बढ़ाने में सहायक साबित होगा। शैलेन्द्र मोरे की इस उपलब्धि पर प्राचार्य डॉ. वाय. के शर्मा, पूर्व प्राचार्य प्रो. यू. के. जैन, विभागाध्यक्ष प्रो. जी. वी. ब्रह्मे, प्रो. जे. के. डोंगरे, प्रो. महिम चतुर्वेदी, प्रो. अमर सिंह, प्रो. बी. के. डहेरिया, डॉ. शालिनी पाटिल, डॉ. एन. गौतम, डॉ. प्रदीप साहू एवं डॉ. देवेंद्र पवार के साथ समस्त महाविद्यालय परिवार एवं परिजन यथा भाई हिरेंद्र, भाभी रोशनी, बहन भावना, पत्नी निकिता, दामाद राजेश के साथ राजकुमार पहाड़े, मनिंदर सिंह भाटिया, व सुखविंदर सिंह भाटिया ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।