संवाददाता - मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार, छिंदवाड़ा
" जिसने आज की ताकत समझी, वही कल का सम्राट होगा": प्रो. सिंह
"असफलताओं को सफलता की सीढ़ी बनाने वालों की जीत होती है "; प्रो. सिंह
"जितनी मुश्किल चुनौतियां, उतनी शानदार जीत होती है ": प्रो. सिंह
" जीत की सड़क सरल नहीं, निर्माणाधीन ऊबड़ खाबड़ होती है": प्रो. सिंह
उग्र प्रभा समाचार छिंदवाड़ा: ज्ञान गंगा हायर सेकेण्डरी स्कूल छिंदवाड़ा में छात्रों को कैरियर निर्माण हेतु प्रेरक व्याख्यान "आज की कार्यसिद्धि, कल की बादशाहत" विषय पर छात्रों को संयमित जीवन प्रबंधन से उत्कृष्टता हासिल करके ताकतवर बनने के टिप्स देते हुए चांद कोलेज के प्राचार्य प्रो.अमर सिंह ने कहा कि तूफानों से जूझकर व्यक्ति और अधिक मजबूत बनता है। हर छात्र स्वयं के अंदर छिपी बेशुमार संभावनाओं को विकसित कर गरीबी से ग्रसित अपनी पीढ़ियों के हालात बदल सकता है। छात्र अपने लक्ष्य मार्ग में आने वाले हर अवरोध को दूर करें। जीवन में बड़े बदलाव संयोग से नहीं, नजरिए में सकारात्मक परिवर्तन से आते हैं। हर व्यक्ति की जीवन यात्रा भिन्न होती है। हर छात्र अनूठा होता है। दूसरे से तुलना करके छात्र स्वयं को कमज़ोर न बनाएं। जितनी मुश्किल चुनौतियों से संघर्ष होगा, जीत का स्तर उतना ऊंचा होगा। जीत की सड़क सरल नहीं, ऊबड़ खाबड़ होती है। जिसने आज की ताकत समझी, वही कल का सम्राट होगा। अच्छे कार्य शुरू करने के लिए महान होना आवश्यक नहीं, किंतु महान बनने के लिए अच्छे कार्य करना जरूरी होता है। सफलता भीख मांगने से नहीं मिलती है, उसे अर्जित करना पड़ता है।
प्राचार्य जयेश डबली ने कहा कि जानने के लिए कितना कुछ है, यह जानने से ही विद्वान बनने की शुरूआत होती है। खत्म होने से पहले प्रेरित होना श्रेयस्कर है। असंभव जैसी कोई चीज नहीं होती है। एन आई आई टी के सुशील जैन ने कहा कि छात्र अपने वैचारिक स्तर में उत्कृष्टता प्राप्त कर लक्ष्य सिद्धि में महारत हासिल कर सकते हैं। मन, वाणी, विचार, ह्रदय और आत्मा में शुद्धता बरकरार रख हमें मनोवांक्षित सफलता प्राप्त हो सकती है।