संवाददाता - मोहिता जगदेव
उग्र प्रभा समाचार,छिंदवाड़ा
घिसी पिटी कविता पर
खुलकर जो दाद देता है..
ये कोई सुधि श्रोता या समीक्षक नहीं..
चुनावी मौसम का बरसाती नेता है......
.■हास्य व्यंग्य कवि विजयआनंद दुबे*।
जो अंतर मन को छू लेता वही साहित्य अच्छा है।
मनोरंजन का साधन हो तो वह साहित्य कच्चा है।।
राग ईर्ष्या कपट छल से परे संवेदना जिसमें,
सभी का हित समाया हो वही साहित्य सच्चा है -
* श्रीमती अनुराधा तिवारी "अनु'
चाहत है कि मैं / नहर का पानी बन/ धरा को भिगो/ फ़सलों को सीञ्च/ कृषकों के चेहरे की /मुस्कान बन जाऊँ -
श्रीमती मोहिता मुकेश *कमलेंदु*
उग्र प्रभा समाचार छिंदवाड़ा - आंचलिक साहित्यकार परिषद की छिंदवाड़ा इकाई की ओर से आज रविवार 9 जुलाई को स्थानीय पेंशनर्स सदन में मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता की नेमीचंद जी व्योम ने। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ कौशल किशोर श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि श्री रत्नाकर रतन , भोपाल से भारत भूषण श्रीवास्तव दिल्ली प्रेस के ब्यूरो चीफ एवं रणजीत सिंह परिहार थे।आंचलिक साहित्यकार परिषद के अध्यक्ष अवधेश तिवारी ने बताया कि काव्य गोष्ठी में संस्कृत,हिन्दी,बुंदेली एवं उर्दू में रचनाओं का पाठ किया गया ।सबसे पहले वीणा पाणि की वंदना प्रस्तुत की श्री नेमीचंद व्योम ने। इसके पश्चात कविता पाठ का क्रम आरंभ हुआ,श्री कालिदास बघेल 'प्रेम', शशांक पारसे, इंद्रजीत सिंह ठाकुर, मोहिता मुकेश जगदेव, अनुराधा तिवारी, लक्ष्मण डेहरिया, अंकुर वाल्मीकि, नंदकुमार जी दीक्षित, विजय आनंद दुबे, राजेंद्र यादव, नंदकिशोर नदीम, निर्मल आचार्य जी आदि ने काव्य पाठ किया । आंचलिक साहित्यकार परिषद के सचिव रामलाल रश्मि के 70 वें जन्मदिवस का आयोजन किया गया और सब के द्वारा काव्यमय शुभकामनाएं दी गई।गोष्ठी का संचालन श्री रमाकांत पांडे ने किया एवं संस्था के सचिव रामलाल रश्मि ने आभार प्रकट किया ।

