राकेश कुमार चौरासे को कानून में मिली पीएचडी उपाधि
छिंदवाड़ा उग्र प्रभा (एड. देवेंद्र वर्मा ) मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल के निर्देशानुसार 27 वें दीक्षांत समारोह (विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन) में छिंदवाड़ा निवासी श्री श्रवण कुमार चौरासे एवं श्रीमती लीला चौरासे के सुपुत्र श्री राकेश कुमार चौरासे को उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डेय द्वारा कानून विषय में पी.एच.डी. उपाधि प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, नीति आयोग के सदस्य श्री वी.के. सारस्वत, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार पाण्डेय, कुलसचिव श्री प्रशांत पुराणिक आदि उपस्थित रहें। ज्ञात हो कि राकेश कुमार चौरासे ने ‘‘महिला यौन उत्पीड़न’’ विषय पर राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर शोध कार्य किया। इन्होंने अपनी प्रारंभिक विधिक शिक्षा शासकीय स्वा. स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिंदवाड़ा एवं देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय इंदौर से प्राप्त की। डॉ. राकेश कुमार चौरासे ने शैक्षणिक कार्यक्षेत्र में अपनी शुरूआत शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिंदवाड़ा से प्रारंभ की। वर्तमान में वे विगत 4 वर्षों से शासकीय विधि महाविद्यालय सिवनी में बतौर सहायक प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। डॉ. राकेश चौरासे ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन (म.प्र.) ‘‘महिला यौन उत्पीड़न: एक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्लेषण'’ विषय पर अपना शोध कार्य निर्देशक डॉ. नरेन्द्र कुमार जैन एवं सह निर्देशक डॉ. एस.एन. शर्मा शासकीय विधि महाविद्यालय उज्जैन के कुशल निर्देशन में शोध केन्द्र शासकीय माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय उज्जैन से पूर्ण किया, डॉ. राकेश चौरासे जिला मास्टर ट्रेनर कमलेश चौरासे एवं लेफ्टिनेंट मुकेश चौरासे के भाई है, जिनकी प्रेरणा के फलस्वरूप ही इन्होंने इस क्षेत्र में पी.एच.डी. कार्य पूर्ण किया, इन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय ईश्वर की असीम कृपा दृष्टि के साथ बाबा सैय्यद फरीदाउद्दीन शाह मिस्कीनी, शाह हुसैन मिस्कीनी, डॉ. विनीता रामा, डॉ. लक्ष्मीचंद चंदेला, डॉ. प्रतिभा श्रीवास्तव (पी.जी. कॉलेज छिंदवाड़ा), डॉ. तरूण मलिक (विक्रम वि.वि. उज्जैन), डॉ. दमयन्ति कटरे (शासकीयआ महाविद्यालय छिंदवाड़ा), श्री श्रवण बन्देवार (सतपुड़ा विधि महाविद्यालय, छिंदवाड़ा), आकाश डेहरिया, आशीष साहू, श्वेता भास्कर, नीलेश भुम्मरकर (वाणिज्यकर अधिकारी), प्रथम सूर्यवंशी, परिवार की असीम सहयोग के लिए पुष्पा चौरासे एवं डॉ. मिथलेष चौरासे, शुभांगी चौरासे, तारेन्द्र चौरासे, ज्योति चौरासे, ताशी, मिवान, ईशी, ईशा, अनय, कियांश साथ ही मित्रगण सहयोगी एवं विशेष सहयोगियों को दिया।

