Type Here to Get Search Results !

आस्था शुक्ला को अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी अवार्ड

0

        मोहिता जगदेव

   उग्र प्रभा समाचार, छिंदवाड़ा

"आस्था शुक्ला का शोध प्रबंध गीता भाष्य व वेस्टलैंड पर मौलिक दस्तावेज है ": प्रो. अमर सिंह 

" विश्व की दो महान कृतियों पर एक साथ शोध करना आस्था शुक्ला की महती उपलब्धि है": डॉ. नवीन कुमार मेहता 

"आस्था शुक्ला का शोध प्रबंध भावी शोधार्थियों के लिए मार्गदर्शी साबित होगा ": प्रो. राजेंद्र कुमार मिश्रा 


उग्र प्रभा समाचार, छिंदवाड़ा: पी. जी. कॉलेज छिंदवाड़ा की अर्थशास्त्र विभाग की  प्रो. बिन्दु शुक्ला व कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय चौरई के इतिहास के विभागाध्यक्ष प्रो. यू. के. शुक्ला की पुत्री आस्था शुक्ला को सांची बौद्ध भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय रायसेन ने अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी की डिग्री प्रदान की है। आस्था शुक्ला ने अपना शोध प्रबंध डॉ. नवीन कुमार मेहता, विभागाध्यक्ष अंग्रेजी, डीन एकेडमिक्स के निर्देशन में "बाल गंगाधर तिलक के गीता भाष्य और अंग्रेजी कवि टी. एस. एलियट की मशहूर काव्यकृति वेस्टलैंड में संशोधन की आवाजें" विषय पर तैयार किया है। विदित हो कि आस्था शुक्ला ने अपने अद्वितीय शोध प्रबंध के लिए अपने शोध मार्गदर्शक प्रो. मेहता के साथ अपने पूर्व के शिक्षण संस्थान यथा केंद्रीय विद्यालय छिंदवाड़ा, एक्सीलेंस कालेज भोपाल और डॉक्टर हरी सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के शिक्षकों द्वारा दी गई अकादमिक अभिप्रेरणा के लिए सभी का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि आस्था शुक्ला ने पूर्वी लेखक की कृति के समानांतर एक पश्चिमी कवि की कृति को रखकर जो मौलिक शोधपरक विश्लेषण किया है, वह भविष्य के अंग्रेजी के शोधकर्ताओं के लिए मार्गदर्शी साबित होगा। आस्था शुक्ला के शोध प्रबंध को और अधिक रचनात्मक बनाने में स्थानीय स्तर जिन प्राध्यापकों ने सहयोग किया है, उनमें प्रो. राजेंद्र मिश्रा, प्रो. अमर सिंह, प्रो. तृप्ति मिश्रा एवं प्रो. दीप्ति जैन प्रमुख हैं। आस्था शुक्ला की इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए आस्था शुक्ला के पति अर्जित दुबे न्यायाधीश, भाई अर्चित शुक्ला, पी. जी. कॉलेज छिंदवाड़ा प्राचार्य प्रो. वाय. के. शर्मा के साथ छिंदवाड़ा एवं चौरई के समस्त महाविद्यालय परिवार ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

Post a Comment

0 Comments