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उग्रप्रभा अखबार के सतत प्रयासों से आजादी के 74 साल बाद पिपरिया मानू क्षेत्र जुडा दूर संचार सुविधा से।

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 आज़ादी के 74 वे साल मे इस क्षेत्र को मिली नेटवर्क दूर संचार सुविधा से आजादी। 


ग्राम पिपरिया मानू वि. ख. अमरवाड़ा जिला छिंदवाड़ा मध्य प्रदेश का यह क्षेत्र कुछ पल पहले ही दूर संचार सुविधा से जुडा। 



इस क्षेत्र को नेटवर्क सुविधा से जोडने के लिए किसी नेता या प्रतिनिधि का ध्यान रहा न सहयोग। 


उग्रप्रभा अखबार के प्रधान संपादक नीलेश डेहरिया के सतत प्रयासो और लगातार जिओ कंपनी के संपर्क से हुआ क्षेत्र का उद्धार। 



उग्रप्रभा अखबार परिवार की और से जिओ कंपनी के मैनेजर श्री विश्वजीत सिंह एंव पुरी टीम को तहेदिल से धन्यवाद एंव आभार।। 



श्री विश्वजीत सिंह मैनेजर जिओ छिंदवाड़ा 

पौनार - आजादी के 74 साल बीत जाने  के बावजूद भी ग्राम पिपरिया मानू पंचायत डुंगारिया रैयत वि ख अमरवाड़ा ग्रामीण क्षेत्र मे दूर संचार नेटवर्क सुविधा नही थी। लोगों को अपने मौबाइल फोन से एक - दुसरो से संवाद 

करने के लिए मकानों की छत एंव पहाड पर्वतों मे चढकर बात करना पढता था। एक और विकास की बात होती थी दुसरी और विकास के लिए लोग तरस रहे थे। यह क्षेत्र छिंदवाड़ा जिले की अंतिम सीमा पर पढता है आगे से सिवनी जिला की सीमा प्रारंभ होती है। इस क्षेत्र को किसी राजनेता या प्रशासन ने अभी तक दूर संचार व्यवस्था की मुख्यधारा से जोडने का प्रयास नही किया गया । जरुरी आवश्यक काँल, बच्चो की आनलाइन क्लास, या सरकारी विभागों की सूचनाएं, अदान प्रदान करने आनलाइन राशन वितरण मे भारी समास्या का सामना करना पड़ा। 

उग्रप्रभा अखबार के प्रधान संपादक नीलेश डेहरिया के सतत प्रयासों से इस क्षेत्र मे आज जिओ का टावर पिपरिया मानू मे चालु हुआ यह क्षेत्र अब नेटवर्क सुविधा से जुड गया। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के नाते इस क्षेत्र की और कोई नेता या प्रशासन ध्यान नही देता। इसी क्षेत्र के उन्नयन और विकास के इसी गांव मे जन्मे नीलेश डेहरिया पत्रकारिता की क्षेत्र मे आगे आकर स्वयं का अखबार स्वामी संपादक बनकर इस क्षेत्र की समस्याओं को आगे लाकर धीरे धीरे-धीरे सुविधाओं से  जोडने का काम निःस्वार्थ सेवा भाव से कर रहे। 

जिओ कंपनी छिंदवाड़ा के जिला मैनेजर श्री विश्वजीत सिंह एंव पुरी टीम को उग्रप्रभा अखबार परिवार धन्यवाद देता हू।। आपसे लगातार सम्पर्क मे रहकर आज मेरे क्षेत्र का उद्धार हुआ मेरे ही गांव नही बल्कि घुघारला कला घुघारला खुर्द डुंगारिया रैयत पुर्तरा जंगलीखेडा एंव अन्य गांव नेटवर्किंग सुविधाएं से जुड गये।।

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